ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने के टिप्स और घरेलू नुस्खे
ब्रैस्ट मिल्क यानी माँ का दूध, माँ का दूध बच्चे की सेहत और पोषण के लिए अति आवश्यक है, ब्रैस्ट मिल्क या माँ के दूध का ही पोषण बच्चे को शुरुआती छह महीने और उसके बाद भी मिलता रहता है। शुरुआती छह महीने में तो बच्चे को सिर्फ माँ का दूध ही देना होता है, तो माँ का दूध बच्चे को पूरी तरह मिलना और पोषक तत्वों के साथ मिलना अति आवश्यक है। माँ का दूध बच्चे को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है और माँ का दूध ही बच्चे के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी की immune system को मजबूत रखता है और बच्चे को कई खतरनाक रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। पूरे विश्व में लगभग 10 से 15 प्रति शत माताये ब्रैस्ट मिल्क की कमी को महसूस करती है। स्तनों में कम दूध के उत्पादन के कारण लगभग हर तीसरी माँ अपने दूध के अतिरिक्त बच्चे को अन्य जानवर जैसे गाय, भेस इत्यादि का दूध पिलाती है। बच्चों को शुरुआती छह महीने में सिर्फ और सिर्फ माँ का दूध ही मिलना चाहिए। ब्रैस्ट मिल्क या माँ का दूध बच्चे को पोषण तत्व प्रदान करता है और बच्चे का आईक्यू (IQ) भी बढ़ाता है। माँ का दूध ही बच्चे को स्वस्थ या कमजोर बनाने की ताकत रखता है। जिस बच्चे को पर्याप्त मात्रा में माँ का दूध मिलता है वह शारीरिक रूप और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है।
माँ के दूध के उत्पादन में कमी के क्या कारण है?
माँ के दूध में पर्याप्त उत्पादन में कमी के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है-
ब्रैस्ट मिल्क के कम उत्पादन से क्या समस्याएं हो सकती है?
माँ के दूध या ब्रैस्ट मिल्क के कम उत्पादन से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती है-
ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करे और क्या न करे?
ब्रैस्ट मिल्क या स्तन दूध बढ़ाने के लिए निम्नलिखित टिप्स का अनुपालन करे-
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
निम्नलिखित घरेलू नुस्खों का पालन करे और ब्रैस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ाये-
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: मेथी के बीज और बकरी का दूध
स्टेप १: कुछ मेथी के बीज लेकर उसको पीस लीजिये और बारीक पाउडर बना लीजिये।
स्टेप २: बकरी के दूध को लीजिये और उसको अच्छी तरह उबाल लीजिये।
स्टेप ३: एक गिलास बकरी का दूध लेकर उसमे एक चम्मच मेथी का बीज मिला लीजिये।
निर्देश: इस दूध का सेवन आप दिन में एक से दो बार अवश्य करे। आप बकरी के दूध के स्थान पर गाय का दूध या ऊठ का दूध प्रयोग कर सकते है। (जिन महिलाओ को मधुमेह (Diabetes) या अस्थमा की समस्या है, वे इस नुस्खे का पालन न करे) यह नुस्खा ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने में अति कारगर है।
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: सहजन (Drumstick), नीबू, नमक और पानी
स्टेप १: कुछ सहजन या ड्रमस्टिक्स लीजिये और उनको कुछ टुकड़ो में काट लीजिये।
स्टेप २: दो गिलास पानी के साथ ड्रमस्टिक के टुकड़ो को एक प्रेशर कुकर में 3 सिटी आने तक गर्म करे।
स्टेप ३: उबली हुई ड्रमस्टिक्स को उसके पानी के साथ मैश (मसले) करे और फिर उसे छननी की सहायता से छान ले।
स्टेप ४: छने हुए ड्रमस्टिक के जूस में एक नीबू का रस निचोड़े और स्वादनुसार नमक अच्छी तरह मिला ले।
निर्देश: आधा गिलास ड्रमस्टिक जूस लेकर उसका सेवन रोजाना करे। यह घरेलू नुस्खा माँ के दूध के उत्पादन में वृद्धि करता है।
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: मेथी का बीज और पानी
स्टेप १: कुछ मेथी के बीज लेकर उनको पूरी रात पानी डुबोकर रखे।
स्टेप २: सुबह इस मेथी युक्त पानी को एक बर्तन में छन्नी के सहायता से छान ले।
निर्देश: इस जल का सेवन रोजाना दिन में एक बार और लगातार एक महीने तक करे।
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: लहसून और नमक
स्टेप १: लहसून के 6 से 7 बालिया लेकर उसको बिना छिले भुने।
स्टेप २: लहसुनो के भूरा पड़ने पर उनको भूनना बंद कर दे।
स्टेप ३: भुने हुए लहसुनो को छीलकर उसमे अच्छी तरह से स्वाद के लिए नमक मिला लीजिये।
निर्देश: इन लहसुनो का सेवन रोजाना करे, लहसून दूध में जरुरी पोशाक तत्व प्रदान करता है।
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: सौंफ और एक गिलास पानी
स्टेप १: एक चम्मच सौफ लेकर उसको एक गिलास पानी में अच्छी तरह मिला लीजिये।
स्टेप २: और पूरी रात उसे पानी में रहने दीजिये।
निर्देश: सुबह इस पानी का सौंफ के साथ ही सेवन करे।
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: जीरा, चीनी और दूध
स्टेप १: एक चम्मच भुना हुआ जीरा पाउडर और एक चम्मच चीनी लेकर उसको एक गिलास गाय के दूध में मिला लीजिये।
निर्देश: इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार कीजिये।
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: ओट्स, दूध और गुड़
स्टेप १: आधा कटोरा ओट्स लेकर उसको दूध में मिला लीजिये।
स्टेप २: दूध में ओट्स मिलाने के पश्चात उसे गर्म कर लीजिये।
स्टेप ३: पकने के पश्चात उसमे कदूकस हुआ गुड़ अच्छी तरह मिला लीजिये।
निर्देश: इसका सेवन रोजाना शाम के समय चाय या कॉफ़ी के स्थान पर करे।
माँ का दूध बढ़ाने के उपाय
सामग्री: बादाम
स्टेप १: 6 से 7 बादाम लेकर उनको पानी में डुबोकर रख दीजिये।
स्टेप २: कुछ घंटो के पश्चात उसके छिक्कल निकाल कर, उसका सेवन कीजिये।
निर्देश: इसका सेवन रोजाना करे। यह दूध में आवश्यक पोषक तत्व उत्पन्न करता है।