गले में दर्द की समस्या अधिकतर बढ़ी उम्र वाले बुजुर्ग में देखीं जाती है, लगभग हर तीन बुजुर्ग व्यक्तियों में से दो बुजुर्ग व्यक्तियों को गले में दर्द की समस्या है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों से गले में दर्द की समस्या से युवाओं को भी बहुत अधिक परेशान देखा गया है। रिड की हड्डी का एक शीरा जो गले से होता हुआ मस्तिष्क के संकेतों का शरीर में आदान-प्रदान करता है, स्पाइनल कहलाता है। स्पाइनल पेशियों, नशों और हड्डियों की एक संरचना है, जो गर्दन के मुड़ने में सहायता प्रदान करती है। कभी-कभी एक ही अवस्था में गर्दन के होने से या सोते समय ठीक अवस्था में न सोना या मोटी-मोटी तकिया लेकर सोना आदि से गले में दर्द की समस्या होने लगती है, हालांकि यह दर्द एक हफ्ते के अंदर-अंदर खत्म हो जाता है। बुजुर्ग व्यक्तियों को अकसर लम्बे समय तक गले में दर्द की समस्या का अनुभव करना पड़ता है, बढ़ती हुई उम्र के कारण बुजुर्ग व्यक्तियों की हड्डी व पेशियाँ जर-जर होने लगती है, जिससे उनमें गले में दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है।
गले में दर्द तीन प्रकार के हो सकते है
गले में दर्द के घरेलू उपचार
सामग्री: अजवाइन, हींग और साफ़ कपडा
स्टेप १: एक चम्मच अजवान और आधा चम्मच हींग लेकर कूट ले।
स्टेप २: कूटे हुए अजवाइन और हींग को एक साफ़ कपड़े में भरे।
स्टेप ३: कपड़े में मिश्रण मिलाने के बाद उसने गांठ बांधकर उसकी पोटली बना ले और गम करें।
निर्देश: गर्म पोटली के द्वारा अपने गले को सेंके, इस नुस्खे के प्रयोग से आपके गले में दर्द कम होता है।
गले में दर्द के घरेलू उपचार
सामग्री: जायफल और पानी
स्टेप १: एक जायफल को पानी के साथ मिलाकर उसको घिसे और उसका पेस्ट बना ले।
निर्देश: इस पेस्ट को अपने गले में अच्छी तरह लगाए और गले में दर्द की समस्या को अंदर से ठीक करें।
गले में दर्द के घरेलू उपचार
सामग्री: तिल का तेल या सरसों का तेल
स्टेप १: इन दोनों तेलों में से किसी एक तेल की दो चम्मच लेकर उसको थोड़ी देर तक गर्म करें।
निर्देश: इस हलके गर्म तेल से अपनी गर्दन की मालिश रोजाना करें, यह गले के दर्द से तुरंत राहत दिलाता है।
गले में दर्द के घरेलू उपचार
सामग्री: गर्म पानी का बैग
स्टेप १: पानी के गर्म बैग को अपने गले में लगाकर गले को सेंके।
निर्देश: इस विधि का प्रयोग रात को सोते समय करें, यह नुस्खा काफी ज्यादा व्यक्ति अपने जीवन में करते है।
गले में दर्द के घरेलू उपचार
सामग्री: अजवाइन, लहसुन, अदरक और तिल का तेल
स्टेप १: एक चम्मच अजवाइन, कुछ लहसुन की बालियाँ और एक टुकड़ा कदूकस किया हुआ अदरक लेकर 50 से 60 मिली-लीटर तिल के तेल में मिला लीजिये।
स्टेप २: तेल में सभी उत्पादों को मिलाने के पश्चात उसे मन्द आंच में तब तक गर्म करें जब तक उत्पादों का रंग भूरा न हो जाये।
स्टेप ३: गर्म करने के पश्चात छननी की सहायता से तेल को एक कटोरे में छान ले और गुनगुना होने दे।
निर्देश: इस हलके गर्म तेल से अपने गर्दन और गले की अच्छी तरह मालिश करें, यह एक रामबाण नुस्खा है जो पुराने से पुराने गले में दर्द की समस्या से छुटकारा दिलाता है। गले में दर्द जब भी उठे तुरंत इस नुस्खे का प्रयोग करें।
ऊपर बताये सभी नुस्खे और विधियाँ गले में स्थित पेशियों और नसों को स्थिर और गर्म रखती है, व्यायाम और दिए गए सभी निर्देशों का पालन करने से गले में दर्द की समस्या से सिर्फ कुछ ही दिनों में राहत मिलती है।