डैंड्रफ
हम जीवन में डैंड्रफ की समस्या का कई बार अनुभव करते है, अगर हम दुनिया की ओर देखे तो पता चलता है की हर पांच में से एक व्यक्ति को डैंड्रफ की समस्या है। एक सर्वे से पता चला है की 70 % भारतीय डैंड्रफ और शुष्क कपाल की समस्या को अनुभव कर रहे है। त्वचा की मरी हुई कोशिकाओं के छोटे-छोटे कण डैंड्रफ होते है। डैंड्रफ से ग्रसित व्यक्ति समाज में शर्मिंदगी महसूस करता है। डैंड्रफ की समस्या ज्यादातर वयस्क मनुष्यों में देखी जाती है, लेकिन यह छोटे बच्चों और वयस्कता के बाद भी हो सकती है। सर और बालो को रोजाना शैम्पू करने से और दिनचर्या में कुछ बदलाव लाने से डेंड्रफ गायब हो सकता है, लेकिन यह डैंड्रफ की प्रकृति में निर्भर करता है। डैंड्रफ का पक्का इलाज उसकी प्रकृति जानने के बाद किया जा सकता है।
डैंड्रफ की प्रकृति को ध्यान में रख कर इसे कुछ भागो में बाटा गया है-
शुष्क त्वचा (ड्राई स्किन) डैंड्रफ- डैंड्रफ का यह प्रकार सामान्यतः ठंड के मौसम में अत्यधिक होता है। ठंडा वातावरण और गर्म जल द्वारा सर धोने से सर में ड्राई स्किन डैंड्रफ होता है।
तेलीय त्वचा (ऑयली स्किन) डैंड्रफ- त्वचा के ठीक निचे एक ग्रंथि होती है जो सेबम नाम के एक तेलीय पदार्थ का श्राव करती है और त्वचा को मुलायम और नमी युक्त बनाती है। जब यह ग्रंथि जरूरत से अधिक सेबम का श्राव करती है, तो वह तेलीय पदार्थ मरी हुई त्वचा की कोशिकाओं को आपस में मिलाता है और पिले रंग की परत सर में बना देता है।
फंगस से होने वाला डैंड्रफ- हर मनुष्य की त्वचा की सतह में फफूंद (फनगई) का जीनस मेलॉसेजिआ होता है जो भरी मात्रा में डैंड्रफ को पैदा करता है।
बीमारियों के कारण डैंड्रफ- कुछ त्वचा के रोग जैसे सोरायसिस, एक्ज़ीमा आदि के कारण भी डैंड्रफ की समस्या हो सकती है। सोरायसिस एक ऑटो इम्यून डिसऑर्डर है जिसमे त्वचा की कोशिकाएं जल्दी जल्दी बनती है और अंततः डैंड्रफ को जन्म देती है। एक्जिमा में डैंड्रफ की परतें सी बनती है और त्वचा का वह हिस्सा लाल हो जाता है।
सर में डैंड्रफ के होने से खुजली, चक्कते से पड़ना, और सर एक परत से ढ़की हुई महसूस होती है।
डैंड्रफ होने के क्या कारण है ?
डैंड्रफ निम्न कारणों से हो सकता है -
डैंड्रफ से होने वाली समस्याएँ क्या है ?
यह त्वचा में होने वाली वह समस्या है जिससे ग्रसित व्यक्ति को समाज में इसके कारण सर्मिन्दिगी सी महसूस होती है, उसका सिर घिनोंना सा लगता है। यह समस्या सर की त्वचा, सर के बाल, दाढ़ी, ऑयब्रोव्स और नाक के आस-पास की जगह को प्रभावित करती है। डैंड्रफ सफ़ेद और पिले कण है जो बालो में देखे जा सकते है और कई बार कंधो में भी दिखाई पड़ते है। डैंड्रफ की समस्या महिलाओ से अधिक पुरुषो में देखी जाती है। पार्किंसन डिजीज, कमजोर इम्यून सिस्टम, HIV और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वाले रोग डैंड्रफ को भारी मात्रा में पैदा करते है।
क्या करें और क्या न करें जब डैंड्रफ हो ?
डैंड्रफ को मिटाने के घरेलू नुस्खे (होम रेमेडी)-
लोग अक्सर यह प्रश्न करते है की डैंड्रफ से निजात कैसे पाए? डैंड्रफ को कैसे हटाए? निचे बताए गए नुस्खों को अपनाने से डैंड्रफ की समस्या जड़ से खत्म हो सकती है।
पहली होम रेमेडी की सामग्री-
निर्देश- मेथी दाना पाउडर और त्रिफला के चूरन को दही में पूरी रात मिलाकर रख दे और सुबह सर में आराम से लगाए। एक घंटे तक लगे रहने दे और फिर सर धोले।
दूसरी होम रेमेडी की सामग्री-
निर्देश- नारयल तेल को दो मिनट तक गर्म करें और फिर निम्बू रस अच्छी तरह मिलाले और फिर हलके हाथो से सर में लगाए और पूरी रात या दो घंटे रहने दे और फिर धोले। यह रेमेडी आपको हफ्ते में एक बार अवश्य करनी है।
तीसरी होम रेमेडी की सामग्री-
निर्देश- जेल और तेल को अच्छी तरह मिलाये और रात में सर में अच्छी तरह लगाकर सुबह धोले। यह रेमेडी सफ्ताह में एक बार करें।
चौथी होम रेमेडी की सामग्री-
निर्देश- मेथी दाने को रात भर पानी में भिगोये रखे, मेथी दाने को अच्छी तरह से पीसले और एलो वेरा जेल के साथ मिला ले और सर में लगाए। एक घंटा इंतजार करें और फिर सर धोले। यह नुस्खा हफ्ते में दो बार करें।
पांचवी होम रेमेडी की सामग्री-
निर्देश- त्रिफला के चूरन को छाछ में अच्छी तरह से मिलाये और रात भर छोड़ दे। सुबह सर को मिश्रण से अच्छी तरह धोले। इसे हफ्ते में एक बार करें।
छटी होम रेमेडी - नीम के पत्त्तों के साथ पानी को गरम करें और ठंडा होने के बाद उस पानी से सर धोये। जब भी सर धोये तो आप ऐसा कर सकते है।