सफेद दाग हटाने का घरेलू उपाय

सफ़ेद दाग: कारण और घरेलु नुस्खे

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) एक त्वचा का रोग है जिसमे त्वचा के किसी भाग में सफ़ेद दाग उत्पन्न हो जाते है। सफ़ेद दाग (Leukoderma) सामान्यतः हाथ, पाँव, और चेहरे को प्रभावित करते है, हालांकि सफ़ेद दाग (Leukoderma) त्वचा के किसी भी स्थान में हो सकते है। शुरुआती तौर में सफ़ेद दाग (Leukoderma) छोटे-छोटे सफ़ेद दाग के रूप में उभरते है और यह समय के साथ-साथ बढ़ता जाता है।  सफ़ेद दाग (Leukoderma) व्यक्ति के जीवन में कॉन्फिडेंस को खत्म कर देता है और उसमे हीनता का भाव भर देता है। एक आकड़े के अनुसार दुनिया में सात करोड़ से अधिक लोग सफ़ेद दाग (Leukoderma) से ग्रसित है, यानि की दुनिया की कुल आबादी का लगभग 1% सफ़ेद दाग (Leukoderma) के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे है।  सफ़ेद दाग (Leukoderma) समान्यतः 10 उम्र से 30 वर्ष की आयु वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। सफ़ेद दाग (Leukoderma) किसी भी रेस (काले-गोरे, भूरे) वाले व्यक्ति को हो सकता है, हालांकि काले और भूरे रेस वाले व्यक्तियों में सफ़ेद दाग (Leukoderma) का रोग सबसे अधिक देखा जाता है। यदि हम केवल भारत की ही बात करे तो पता चलता है की हमारी कुल आबादी के लगभग 2% से 4% लोग सफ़ेद दाग (Leukoderma) के साथ जीवन व्यतीत कर रहे है।

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) क्या है ?

सफ़ेद दाग (Leukoderma) एक त्वचा में होने वाला रोग है, जो शरीर की त्वचा में सफ़ेद दाग और धब्बे पैदा करता है। सफ़ेद दाग (Leukoderma) शरीर के किसी भी भाग में उत्पन्न हो सकते है जैसे हाथ, होठ, बोहे, कान के पीछे, टकनियो, पॉवो और जनांगो इत्यादि।  सफ़ेद दाग (Leukoderma) एक ऑटो-इम्यून रोग है जिसमे हमारा इम्यून सिस्टम हमारे शरीर में मेलानोसाइट्स नामक कोशिकाओं के खिलाफ कार्य करने लगता है। मेलानोसाइट्स हमारे शरीर में मेलानिन को उत्पन्न करता है, मेलानिन शरीर में त्वचा तथा बालो इत्यादि को रंग देने का कार्य करती है। जब हमारे शरीर में स्थित इम्यून सिस्टम हमारे मेलानोसाइट्स कोशिकाओं को खत्म करने लगता है तो सफ़ेद दाग (Leukoderma) उत्पन्न होने लगते है।  सफ़ेद दाग (Leukoderma) महिलाओ एवं पुरुषो को सामान्य रूप से प्रभावित करता है। शुरुवाती तौर पर सफ़ेद दाग (Leukoderma) छोटे-छोटे सफ़ेद दागो के रूप में उभरते है जो धीरे-धीरे बढे होते है और शरीर के अन्य हिस्सों में समय के साथ-साथ फैलते जाते है।

शरीर में सफ़ेद दागो का होना ही अपने आप में सफ़ेद दाग (Leukoderma) का लक्षण है।

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) किन कारणों से होता है?

जब हमारा शरीर प्रचुर मात्रा में मेलानिन का उत्पादन नहीं करता है तो त्वचा में सफ़ेद दाग (Leukoderma) का रोग उत्पन्न हो जाता है। सफ़ेद दाग (Leukoderma) होने के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है-

  • विटामिन D की कमी
  • मेलानिन के कमी
  • शराब का अत्यधिक सेवन
  • जेनेटिक और अनुवांशिक (सफ़ेद दाग (Leukoderma) का पारिवारिक इतिहास)
  • उष्मीय जलन (thermal burning)
  • दुर्घटना में हुई चोटे
  • एक्जिमा और त्वचा में खराज
  • अलसर या छाले
  • सोरायसिस
  • किसी अन्य रोग के दवा चल रही हो

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) से क्या समस्याएं हो सकती है?

सफ़ेद दाग (Leukoderma) एक पेनलैस त्वचा का रोग है।  सफ़ेद दाग (Leukoderma) व्यक्ति को किसी गंभीर रोग की ओर नहीं ले जाता किन्तु बिना इलाज और परहेज के सफ़ेद दाग (Leukoderma) धीरे-धीरे शरीर में त्वचा में अन्य हिस्सों को भी प्रभावित करते है।

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) में क्या करे व क्या न करे?

सफ़ेद दाग (Leukoderma) में निन्मलिखित चीजों का ध्यान दे-

  • अपनी त्वचा को धुप से बचाये
  • सनस्क्रीन और पूरी बाजु वाले कपडे पहने
  • चोटों से बचे
  • टाइट फिटिंग वाले कपडे न पहने
  • केमिकल उत्पादों के इस्तेमाल से बचे
  • चिंता मुक्त जीवन जिए
  • एंटीऑक्सीडेंट चीजे जैसे हरी सब्जिया, फल और नट्स (अखरोट, बादाम आदि) का सेवन करे
  • पिले भोजन का सेवन करे
  • साइट्रस फल जैसे संतरा, माल्टा, नीबू इत्यादि का सेवन करे

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) के लिए घरेलु नुस्खे-

निम्नलिखित होम रेमेडीज को अपनाये और सफ़ेद दाग (Leukoderma) के प्रभाव से स्वयं को बचाये-

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) के लिए पहली होम रेमेडी

सामग्री: हल्दी पाउडर और सरसो का तेल

पहला स्टेप: एक चम्मच हल्दी पाउडर लीजिये और उसे दो चम्मच सरसो के तेल के साथ मिला लीजिये

दूसरा स्टेप: इन दोनों उत्पादों को अच्छी तरह आपस में मिलाकर एक पेस्ट बना लीजिये

निर्देश: इस पेस्ट को त्वचा के प्रभावित हिस्से में 15 से 20 मिनट के लिए लगाए। इस पेस्ट का प्रयोग दिन में कम से कम तीन से चार बार करे। पेस्ट को इस्तेमाल के पश्चात अपने प्रभावित हिस्से को सामान्य जल से धोले।

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) के लिए दूसरी होम रेमेडी

सामग्री: अखरोट और पानी

पहला स्टेप: अखरोट को छीलकर उसको अच्छी तरह कूट ले

दूसरा स्टेप: कुटे हुवे अखरोट के 2 चम्मच लेकर उसमें थोड़ा पानी मिलाकर एक पेस्ट बनाये

निर्देश: इस पेस्ट को दिन में 3 से 4 बार अपने शरीर के प्रभावित हिस्से में लगाए और लगाने के पश्चात इसे कम से कम 20 मिनट के लिए लगा रहने दे। तत्पश्चात अपने प्रभावित स्थान को साधारण जल से धोले।

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) के लिए तीसरी होम रेमेडी

सामग्री: नीम के पत्ते और शहद

पहला स्टेप: नीम के पत्तो को अच्छी तरह कूटकर एक पेस्ट बना लीजिये

दूसरा स्टेप: एक छन्नी की साहयता से नीम के पेस्ट का रस छान ले और उस रस में एक चम्मच शहद अच्छी तरह मिला लीजिये।

निर्देश: रोजाना दिन में 3 बार इस मिश्रण का सेवन करे।

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) के लिए चौथी होम रेमेडी

सामग्री: नीम के पत्ते और छाछ

पहला स्टेप: नीम के पत्तो को अच्छी तरह कूटकर एक पेस्ट बना लीजिये

दूसरा स्टेप: उस पेस्ट में थोड़ा छाछ मिला लीजिये और एक उत्तम पेस्ट बना लीजिये

निर्देश: इस पेस्ट को दिन में 3 से 4 बार अपने शरीर के प्रभावित हिस्से में लगाए और लगाने के पश्चात इसे कम से कम 30 मिनट के लिए लगा रहने दे। तत्पश्चात अपने प्रभावित स्थान को गुनगुने पानी से धोले।

 

सफ़ेद दाग (Leukoderma) के लिए पांचवी होम रेमेडी

सामग्री: मुली के बीज और सिरका

पहला स्टेप: ओखली की साहयता से मूली के बीजो को अच्छी तरह कूट ले

दूसरा स्टेप: सिरके की कुछ मात्रा लेकर कुटी हुई मूली का बीज के साथ मिलाये और एक पेस्ट बनाले

निर्देश: इस पेस्ट को दिन में 3 बार अपने शरीर के प्रभावित हिस्से में लगाए और लगाने के पश्चात इसे कम से कम 20 मिनट के लिए लगा रहने दे। तत्पश्चात अपने प्रभावित स्थान को गुनगुने पानी से धोले।